TMBU KULGEET
अंग महाजनपद तब वन्दन शुभ संस्कृति उद्गाता
वागीश्वरी वंदना-मंदिर घोर तिमिर दु:ख त्राता
शीश शिखर मन्दार मेरु हियहार गंध की धारा
शक्ति, भक्ति, सभ्यता, सृष्टि की कथा अनंत अगारा
कल्मष सागर मंथन शुभकर ज्योतित ज्ञान-विधायक
संस्कृति विविध, ऋचा रचनाकार मानव धर्मोन्नायक
वासुपूज्य, अंगेश कर्ण, सति विहुला तपयुत गाथा
अंग महाजन पद तव वन्दन शुभ संस्कृति ऊद्गता
विक्रमशिला विरासत निधिकृत गर्वोन्नत तव भाल
ऋषि मे ही दीपकर दीपित मानस यज्ञ पराय
शरत चंद्र, अरविन्द, विवेकानंद स्तुत्य ताप जाय
कवि रविन्द्र के गीत राष्ट्रकवि दिनकर स्वर अभिराम
कोटि वन्दे तिलकामांझी, स्वातत्रय-हुतिदाता
अंग महाजन पद तव वन्दन शुभ संस्कृति ऊद्गता
भव्य भारती शिखर सुशोभित तवसुत वीर सतीश
मातृभूमि स्वातंत्र-समर बलिवेदी समर्पित शीश
कोशी, बड़वानद,चांदन गुजिंत तव कथा अपार
शस्य सम्पदा -खचित भालिनी नमन-नमन शतवार
शील, शक्ति, सौंदर्य ज्ञान हित नव-नव पथ निर्माता
अंग महाजन पद तव वन्दन शुभ संस्कृति ऊद्गता