आज दिनांक 25 मार्च 2022 को भागलपुर नेशनल कॉलेज, भागलपुर की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा सात दिवसीय विशेष शिविर का विधिवत उद्घाटन किया गया। इस सात दिवसीय विशेष शिविर के लिए डोमासी गांव नाथनगर को पोषित गांव के रूप में चुना गया। डोमासी गांव को पूर्व में भी भागलपुर नेशनल कॉलेज के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा पोषित गांव चुना गया था। आज के उद्घाटन समारोह में विशिष्ट अतिथि के रुप में तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू डॉ राम प्रवेश सिंह तथा मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक डॉ अनिरुद्ध कुमार सम्मिलित हुए। डॉ रामप्रवेश सिंह ने राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों से विस्तार पूर्वक अपने अनुभवों को साझा किया और कहा कि वह भी अपने छात्र जीवन में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक रह चुके हैं और उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक कैसे राष्ट्र के प्रति अपनी भूमिका निर्वाह कर सकते हैं। उन्होंने स्वयंसेवकों से अपील की कि इस सात दिवसीय विशेष शिविर में उन्हें जो भी कार्य करने को कहा जाए वह उसे पूरे मन से करें और अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाए। इस सात दिवसीय विशेष शिविर में आपके व्यक्तित्व का विकास होगा और आप अच्छे समाजसेवी के रूप में बनकर उभरेंगे। उनके व्याख्यान के बाद यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम समन्वयक डॉ अनिरुद्ध कुमार ने राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों को इस सात दिवसीय विशेष शिविर में पंजीकरण करने के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि इस सात दिवसीय विशेष शिविर में बहुत मेहनत के बाद स्वयंसेवक शामिल होते हैं। कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ इरशाद ने किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ नीलू कुमारी और वरिष्ठ शिक्षक के रूप में डॉक्टर बलिराम सिंह समेत महाविद्यालय के सभी प्रोफेसर समेत कर्मचारी सम्मिलित थे। धन्यवाद ज्ञापन के लिए महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉक्टर अंबिका कुमार ने सभी अतिथियों को धन्यवाद दिया और राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों को शुभकामनाएं दी और कहा कि आपको सभी के साथ तालमेल बैठाकर काम करना है। अतिथियों को सम्मान के रूप में पौधा भेंट किया गया। कार्यक्रम को सुचारू रूप से चलाने में राष्ट्रीय सेवा योजना के वरिष्ठ स्वयंसेवक अभिज्ञान, राजा कुमार, चंदन कुमार, रक्षिता रानू और प्रियंका कुमारी ने योगदान दिया।
Day – 2 :- बीएन कॉलेज में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर का आज दूसरा दिन था। दूसरे दिन की शुरुआत में सभी स्वयंसेवक एकत्रित हुए और लक्ष्य गीत गाया। उसके बाद योगा विशेषज्ञ मिस नगमा के दिशा निर्देश में सभी स्वयंसेवकों समेत कार्यक्रम पदाधिकारी ने भी योगा किया। अल्पाहार लेने के बाद सभी स्वयंसेवकों का कार्यक्रम पदाधिकारी डॉक्टर अंबिका कुमार के द्वारा कैरियर काउंसलिंग किया गया। उसके बाद सभी स्वयंसेवकों को एक कार्य दिया गया जिसमें ग्रुप डिस्कशन करना था। ग्रुप डिस्कशन का टॉपिक था कि कोरोना वायरस पे़डेमिक के दौरान शिक्षा व्यवस्था में क्या प्रभाव पड़ा। सभी स्वयंसेवकों ने ग्रुप डिस्कशन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। ग्रुप डिस्कशन में ग्रुप लीडर्स ने स्वयंसेवकों का बखूबी साथ निभाया। ग्रुप डिस्कशन के बाद सभी स्वयंसेवकों ने अपनी बात को सबके समक्ष रखा और कार्यक्रम पदाधिकारी द्वारा उनका मूल्यांकन किया गया। दोपहर को स्वयंसेवकों द्वारा नशा मुक्ति के मुद्दे पर रैली निकाला गया। उसके बाद स्वयंसेवकों के बीच में भाषण प्रतियोगिता हुई। स्वयंसेवकों ने कई मुद्दे जैसे कि दहेज प्रथा, महिला सशक्तिकरण, विज्ञान, तकनीक, जंक फूड, स्वच्छ भारत, फिट इंडिया, इंसानियत और बच्चियों की शिक्षा जैसे मुद्दे पर भाषण दिया। बीएन कॉलेज में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना का सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
27.03.2022: शिविर का तीसरा दिन: प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट और इकोब्रिक्स (ecobricks ) से सम्बंधित कार्यशाला
बी. एन. कॉलेज में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई का सात दिवसीय विशेष शिविर का आज तीसरा दिन था। तीसरे दिन की शुरुआत में सभी स्वयंसेवक एकत्रित हुए फिर लक्ष्य गीत गाया और प्रार्थना भी किया। फिर विधिवत योगा विशेषज्ञ मिस बी नगमा अनवर के सहयोग से बी. एन. कॉलेज की प्रधानाचार्य प्रो. (डॉ. ) नीलू कुमारी, राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. अंबिका कुमार, वनस्पति विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ. अमित किशोर सिंह और सभी स्वयंसेवकों ने दो घंटे तक योगा शिविर में हिस्सा लिया, जिसमें मिस नगमा द्वारा विभिन्न योगासनों के साथ सूर्य नमस्कार की महत्ता और तदनुसार अपने स्वस्थ जीवन शैली के लिए उपर्युक्त खान पान की सलाह दी गयी। फिर अल्पाहार लेने के बाद डॉ. अंबिका कुमार ने सभी स्वयंसेवकों को अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखने और वृक्षारोपण को अपने जीवन के एक महत्वपूर्ण भाग के रूप में शामिल करने का निर्देश दिया। उसके बाद राष्ट्रीय एकता शिविर के अनुभवों के साथ ग्रुप लीडर अभिज्ञान व राजा ने प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट के बारे में कुछ अहम बातें बताई और एक डेमोंस्ट्रेशन दिया। व्याख्यान के दौरान दोनों ने कॉलेज परिसर से जमा किये प्लास्टिक कचड़े को एक प्लास्टिक बोतल में एक लकड़ी की मदद से बोतल की क्षमता के अनुसार अधिकतम कचड़ा को भरा और बताया कि इस प्लास्टिक भरे प्लास्टिक बोतल को हम गृह निर्माण के दौरान दीवाल चुनने में कर सकते हैं, जिससे प्लास्टिक वेस्ट मटेरियल का प्रॉपर मैनेजमेंट भी हो जाएगा वातावरण की शुद्धता भी बनी रहेगी इस तरह के बोतल को इकोब्रिक्स (ecobricks) भी कहा जाता है और सरकार की तरफ से ऐसे वेस्ट मैनेजमेंट को भरपूर प्रोत्साहन भी मिल रहा है। इस व्याख्यान के बाद स्वयंसेवकों के बीच में एक रोचक खेल कराया गया जो स्वयंसेवकों के संचार और समझ की कुशलता पर आधारित था, फिर उनके प्रदर्शन के आधार पर उनका मूल्यांकन किया गया। उसके बाद “मेरे सपनों का भारत : 2047” विषय पर लेखन प्रतियोगिता आयोजित हुई, जिसमें सभी स्वयंसेवकों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और अपनी सोच को कलम के द्वारा पन्नों पर लिखा, फिर उनके आतंरिक व्यक्तित्व के विकास के लिए सभी स्वयंसेवकों द्वारा बारी बारी से माइक पर अपनी सोच को सबके सामने प्रदर्शित करने को प्रोत्साहित किया गया। दोपहर के भोजन के बाद, सभी स्वयंसेवक गोद लिए गए गाँव डोमासी के निवासियों से सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में बातें की। वहां उन्होंने निवासियों से पूछा कि काम संसाधनों में वे कैसे रहते हैं और उनकी समस्याएं क्या हैं। स्वयंसेवकों ने एक सर्वेक्षण किया और उनकी कुछ प्रमुख समस्याओं का पता लगाया जैसे उन्हें पीने का उचित पानी नहीं मिल रहा है, उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है और साथ ही वे अपने बच्चों को स्कूलों में पढ़ाने में सक्षम नहीं हैं। कुछ स्वयंसेवकों ने उन्हें बताया कि पानी को छानकर और उबालकर कैसे पीना है। कुछ स्वयंसेवकों ने उन्हें बताया कि सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करने और अपने बच्चों के प्रवेश के बारे में जिलाधिकारी को आवेदन कैसे लिखें। उनसे मिलने के बाद, कुछ स्वयंसेवक यह देखकर बहुत भावुक हो गए कि वे बहुत कम संसाधनों वाली ऐसी प्रतिकूल स्थिति में कैसे रहते हैं। यहां तक कि उनके पास बिजली कनेक्शन भी नहीं है और पीने के लिए उपर्युक्त पानी नहीं है। अंत में स्वयंसेवकों ने बच्चों के बीच टॉफियां बांटी और उनके माता पिता को आश्वासन दिया कि हम अपनी क्षमता और नियम के अनुकूल आपके साथ बने रहेंगे और समय समय पर आपके बीच आते रहेंगे। डोमसी के स्थानीय लोग हमें देखकर बहुत खुश हुए और कहा कि कोई उन्हें देखने, उनसे बात करने नहीं आता और किसी ने उनकी संघर्षपूर्ण जीवन शैली को जानने की कोशिश किसी ने नहीं की। अंत में स्वयंसेवकों ने पूरे दिन की रिपोर्ट तैयार की और सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया, फिर बी. एन. कॉलेज भागलपुर में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर का तीसरा दिन के क्रियाकलाप का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
28.03.2022 शिविर का चौथा दिन: स्वयंसेवक/सवयंसेविकाओं ने सीखे आत्मरक्षा के गुर और कॉलेज कैंपस म चलाया सफाई अभियान
बी. एन. कॉलेज में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई का सात दिवसीय विशेष शिविर का आज चौथा दिन था। प्रतिदिन की तरह कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ अम्बिका कुमार की देख रेख में स्वयंसेवक/सवयंसेविकाओं ने लक्ष्य गीत और प्रार्थना से सुबह की शुरुआत की, फिर योग प्रशिक्षिका नगमा अनवर के निर्देशन में योगाभ्यास किया. आज स्वयंसेवक/सवयंसेविकाओं ने शिविर में शामिल कराटे के ग्रीन बेल्टधारी सवयंसेवक चन्दन से आत्मरक्षा के गुर सीखे. चन्दन ने बताया कि प्रतिकूल परिस्थितिओं और आपात काल में लड़कियों को आत्मरक्षा हेतु क्या तरीके अपनाना जरुरी है. अल्पाहार के बाद डॉ. कुमार ने स्वयंसेवक/सवयंसेविकाओं से कुछ रोचक पर बातचीत की और प्रत्येक स्वयंसेवक/सवयंसेविका से अपने जीवन के महत्वपूर्ण घटनाओं को बाकी के समूह के सामने अभिव्यक्त करने हेतु प्रोत्साहित किया. फिर स्वयंसेवक/सवयंसेविकाओं ने महाविद्यालय परिसर में सफाई अभियान चलाया, जिसमे सूखे कचरे को पास के गरीब परिवार में जलावन हेतु दे दिया.
सफाई अभियान और लंच के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान सभी प्रतिभागियों ने व्यक्तिगत प्रदर्शन के साथ नुक्कड़ नाटक का भी प्रदर्शन किया. कुछ स्वयंसकों ने शिविर में पोस्टर बनाया और पेंटिंग कला का प्रदर्शन किया, जिसमे अर्पणा द्वारा बनाया गया मञ्जूषा पेंटिंग और प्रीति द्वारा वेस्ट मटेरियल से बनाया गया आर्ट आकर्षण का केंद्र रहा. पुनः अंत में स्वयंसेवकों ने पूरे दिन की रिपोर्ट तैयार की और बी. एन. कॉलेज भागलपुर में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर का चौथे दिन के क्रियाकलाप का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ.
29.03.2022 शिविर का पांचवा दिन: इ-गवर्नेंस और मानवाधिकार विषय पर व्याख्यान का आयोजन
बी. एन. कॉलेज में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर का आज पांचवा दिन था। स्वयंसेवक/सवयंसेविकाओं ने लक्ष्य गीत और प्रार्थना से सुबह की शुरुआत की, फिर महाविद्यालय परिसर में हीं प्रशिक्षिका नगमा अनवर के साथ मैदान में दौड़ लगाने के बाद योगाभ्यास किया. आज के योग सेशन में महाविद्यालय में वाणिज्य विभाग के सभी शिक्षक- शिक्षकेत्तर कर्मी और छात्र -छात्राएं भी शामिल हुए. स्वयंसेवक/सवयंसेविकाओं ने शिविर में खुद से बनाकर अपने अल्पाहार की व्यवस्था की. आज शिविर में महाविद्यालय में राजनीतिशास्त्र के सहायक प्राचार्य डॉ इरशाद अली ने इ-गवर्नेंस पर रोचक जानकारियां दीं. उन्दोने बताया क़ि आधुनिक युग में इ-गवर्नेंस काफी उपयोगी है, बशर्ते इसका उपयोग पूर्णसुरक्षा के साथ की जाय. इस सेशन के बाद स्वयंसेवकों के बीच ‘राष्ट्रीय सेवा योजना में अब तक के अनुभव और एक स्वयंसेवक के रूप में देश निर्माण में अपनी भूमिका’ विषय पर एक-एक करके टिप्पणी करने को कहा गया, जिसमें सभी स्वयंसेवक/सवयंसेविकाओं ने हिस्सा लिया. लंच सेशन के बाद रसायन शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. बलिराम प्रसाद सिंह द्वारा मानवाधिकार और सूचना का अधिकार विषय पर विस्तृत और उपयोगी जानकारी दी. उन्होंने बेहतर और न्यायपूर्ण जीवन की प्राप्ति के लिए अपने अधिकार के लिए संघर्ष करने में नहीं चुकने की बात की. डॉ सिंह ने सूचना का अधिकार के उपयोग को सरलता से समझाया. इस महत्वपूर्ण सेशन के बाद स्वयंसेवकों ने गोद लिए गाँव डोमासी से प्राप्त जानकारी पर एक रिपोर्ट बनाया, फिर आज शिविर के पांचवें दिन के क्रियाकलाप की समाप्ति राष्ट्रगान के साथ किया गया.
30.03.2022 *शिविर का छठा दिन:
बी. एन. कॉलेज में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर के छठे दिन स्वयंसेवक/ स्वयंसेविकाओं द्वारा “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” के संदेश को नुक्कड़ नाटक के माध्यम से प्रदर्शित किया गया ।
30.03.2022 *शिविर का छठा दिन: स्वयंसेवक/सवयंसेविकाओं ने चलाया डोमासी में विभिन्न जागरूकता अभियान।*
बी. एन. कॉलेज में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर का आज छठा दिन था। स्वयंसेवक/सवयंसेविकाओं ने लक्ष्य गीत और प्रार्थना से सुबह की शुरुआत की, फिर महाविद्यालय परिसर में हीं योग प्रशिक्षिका नगमा अनवर के साथ योगाभ्यास किया. उसके बाद कॉलेज परिसर में विभिन्न खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें स्वयंसेवकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, खासकर स्वयंसेविकाओं ने क्रिकेट में ज्यादा रुचि दिखाई। उसके बाद कॉलेज परिसर में स्वच्छता अभियान चलाया गया। स्वयंसेवक/सवयंसेविकाओं ने शिविर में खुद से बनाकर अपने अल्पाहार की व्यवस्था की. उसके बाद बी.एन. कॉलेज के द्वारा गोद लिए गए गांव डोमासी में कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ अम्बिका कुमार की देख रेख में सभी एनएसएस स्वयंसेवकों ने कई सारी जागरूकता अभियान चलाये जिसमें बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ स्लोगन पर आधारित नुक्कड़ नाटक को स्थानीय लोगों ने काफी सराहा. सभी स्वयंसेवकों ने घर घर जाकर उनकी कई समस्याओं पर रिपोर्ट तैयार की. उनकी प्रमुख समस्याओं में वोटर कार्ड के अभाव में राशन कार्ड का नहीं बनना और बच्चों को स्कूल सुविधा नहीं मिल पाना प्रमुख था. इस अभियान में शामिल महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो.(डॉ) नीलू कुमारी और वरीय शिक्षकों में डॉ आरती कुमारी और डॉ बलिराम प्रसाद सिंह ने लोगों को आश्वासन दिलाया कि महाविद्यालय परिवार उनके साथ है. डॉ आरती कुमारी ने विस्तार से महिलाओं को स्वास्थय सम्बन्धी समस्याओं से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी. इस अभियान में स्वयंसेवकों के उत्साहवर्धन के लिए महाविद्यालय के डॉ अमित किशोर सिंह, डॉ इरशाद अली, डॉ पवन कुमार, सुजीत कुमार लकी और अमित कुमार शामिल हुए. कुछ स्वयंसेवकों ने अंत में बच्चों के बीच टॉफियां बांटी और उनसे कहा कि आपके बीच पुनः आएंगे और आपकी मदद करने की कोशिश करेंगे। डोमासी के स्थानीय लोग हमें देखकर खुश हुए। अंत में स्वयंसेवकों ने डोमासी में अपने अभियान पर विस्तृत चर्चाएं कीं, पूरे दिन की रिपोर्ट तैयार की और सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। और आखिर में बीएन कॉलेज में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर का छठा दिन का कार्यकलाप राष्ट्रगान के साथ अंत हुआ।
Day 7 : 31.03.2022 – शिविर का समापन
आज दिनांक 31 मार्च 2022 को भागलपुर नेशनल कॉलेज, भागलपुर की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन हुआ | समापन समारोह के मुख्य अतिथि पी०जी० जंतु विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ० अशोक कुमार ठाकुर थे | समारोह का प्रारम्भ कुलगीत और राष्ट्रीय सेवा योजना के लक्ष्य्गीत से हुआ | अतिथियों को सम्मान के रूप में पौधा भेंट किया गया। राष्ट्रीय सेवा योजना के वरिष्ठ स्वयंसेवक अभिज्ञान, राजा कुमार, चंदन कुमार, रक्षिता रानू और प्रियंका कुमारी ने शिविर के अपने अनुभवों को साझा किया | कार्यक्रम पदाधिकारी डॉक्टर अंबिका कुमार ने शिविर के अनुभवों को सबके समक्ष रखा एवं सभी स्वयंसेवकों को इस शिविर के सफल आयोजन पर शुभकामनायें दी | कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मी एवं छात्र-छात्रा उपस्थित थे | कार्यक्रम पदाधिकारी डॉक्टर अंबिका कुमार द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ |